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Saturday, December 5, 2020

पटियाला के कलाकार की चमक

                                                 पटियाला के कलाकार की चमक

शशिप्रभा तिवारी

प्रतिभा किसी प्रदेश या देश विशेष तक सीमित नहीं है। यह समय-समय पर देश के कोने-कोने में प्रदर्शित होती है। कथक नृत्यांगना अर्शदीप कौर भट्टी ऐसी ही कलाकार हैं। वह पंजाब विश्वविद्यालय, पटियाला की छात्रा हैं। अर्शदीप डाॅ डेजी वालिया की शिष्या हैं। अर्शदीप नृत्य की कलाकार तो हैं ही। साथ ही, उन्होंने गायन और अभिनय भी सीखा है। वह इंडिया गाॅट टैलेंट की विजेताओं में से रही हैं। अर्शदीप जैसे समर्पित कलाकारों की कला जगत को जरूरत है। जिससे कला जगत समृद्ध हो सकेगा।

कथक नृत्यांगना अर्शदीप ने शिव वंदना से नृत्य आरंभ किया। उन्होंने रचना ‘नमः शिवाय अर्धनारीश्वराय‘ पर आधारित थी। हस्तकों और भंगिमाओं से भगवान शिव के रूपों को दर्शाया। उन्होंने शिव के नीलकंठ, नागेश्वर, जटाधारी, चंद्रशेखर रूप को निरूपित किया। उन्होंने शुद्ध नृत्त पेश किया। इसमें ग्यारह मात्रा में निबद्ध रचनाओं को पेश किया। विलंबित लय में थाट, आमद, चलन, टुकड़े और परण को नृत्य में प्रस्तुत किया।

अर्शदीप ने आमद ‘धा किट किट धा ता धा‘ में 27चक्कर का प्रयोग किया। वहीं चलन ‘थर्रि किट धा धा धा‘ मेें पंजे और एड़ी के काम का विशेष तौर पर उभारा। टुकड़े ‘तत् थेई किट तक गिन धा‘ के बोल पर पलटे, चक्कर और अंग संचालन का कोमल संचालन पेश किया। उन्होंने परण को नृत्य में नाचा। रचना ‘किट गद गिन धा‘ का प्रस्तुतिकरण प्रभावकारी था।


सोलह मात्रा के तीन ताल में अगले अंश नृत्य को पिरोया। उन्होंने तोड़े में पंद्रह चक्कर का प्रयोग किया। अर्शदीप ने कथक नृत्य की प्रस्तुति के क्रम में पंडित सुरेश तलवरकर की रचना को शामिल किया। रचना ‘धा तुना तकत‘ के बोल पर होली के खेल के भाव को निरूपित किया। चक्रदार परण में धिलंाग का अंदाज मोहक था। उन्होंने अमीर खुसरो की रचना ‘नैना अपने पिया के लगइले‘ पर भाव पेश किया। उन्होंने संचारी भाव के निरूपण के साथ चलन और गत निकास का प्रयोग किया। इसमें सादी गत और नजर के अंदाज का प्रयोग था।

इस प्रस्तुति के दौरान, कथक नृत्यांगना अर्शदीप के साथ तबले पर गुरूचेतन सिंह और गायन पर योगेश गर्ग ने संगत किया। बीते शाम 29नवंबर 2020 को संकल्प में युवा नृत्यांगना अर्शदीप कौर ने कथक नृत्य पेश किया। इस कार्यक्रम का आयोजन विधा लाल कथक एक्पोनेंट ने अपने फेसबुक पेज पर किया। इस आयोजन में आईपा, आर्गेनिक कृषि, हर्बीलाइट और नुपूर अकादमी ने भी अपने सहयोग दिया है। नृत्य समारोह ‘संकल्प‘ में हर रविवार की शाम युवा कलाकार नृत्य पेश करते हैं। हर शाम एक नई प्रतिभा से परिचित होने का अवसर दर्शकांे को मिलता है।

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