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Thursday, June 27, 2019

shashiprabha: मैं ही राधा हूँ.

shashiprabha: मैं ही राधा हूँ.: कान्हा ! मैं नदी की एक धारा हूँ मैं ही राधा हूँ. मुझमें बहती हैं दुःख-सुख के आवेग खुशी के आंसू मुझे ही गंगा का प्रतीक मान हर दुल्हन...

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