Popular Posts

Friday, August 16, 2013

बरसे सावन  की फुहार
झुला पड़ी अमुआ की डाली

झूले राधा रानी
झुलावे कृष्ण कन्हाई

भीजे डाली-डाली
भीगे सारी फुलवारी

झूले राधा रानी
झुलावे कृष्ण कन्हाई

तुम भी आओ
देखा छटा न्यारी

झूले राधा रानी
झुलावे कृष्ण कन्हाई

मन की दुहाई
कैसी ये छवि है बनाई

झूले राधा रानी
झुलावे कृष्ण कन्हाई

खुशबु मधुबन की
हम तक कैसे आई

झूले राधा रानी
झुलावे कृष्ण कन्हाई

No comments:

Post a Comment